तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए सरकार को घुटने टेकने पर मजबूर करने वाले भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एक बार फिर किसानों को तैयार रहने का इशारा किया है। किसान नेता ने दावा किया है कि सरकार एक बार फिर किसान विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने जा रही है।
सरकार ला रही किसान विरोधी एक अन्य योजना- टिकैत
साल के पहले दिन हरियाणा के यमुनानगर में आयोजित किसान धन्यवाद व विजय दिवस महापंचायत में शिरकत करने पहुंचे राकेश टिकैत ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार ऑस्ट्रेलिया के साथ दूध खरीदने को लेकर अगले माह समझौता करने जा रही है, जिसके तहत दूध 20-22 रुपये प्रति किलोग्राम बेचने की योजना है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए साफ किया कि जब तक किसान संबंधी किसी भी मुद्दे को लेकर सरकार नीति बनाने से पहले किसानों से बात नहीं करेगी तो कोई भी कानून नहीं बनाने दिया जाएगा।
किसानों से किया आंदोलन का आवाह्न
अपनी बात को बल देते हुए राकेश टिकैत ने किसानों से एक अन्य आंदोलन के लिए आवाह्न किया। उन्होंने कहा कि सरकार के इस समझौते के खिलाफ आवाज़ बुलंद करने के लिए किसानों को एक और बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि देश के अंदर के हालात ठीक नहीं है। कई प्रदेशों में दौरा करने के बाद देखा कि दूर दराज के इलाकों के किसान व आदिवासी लोगों का अब तक कोई विकास नहीं हुआ। 13 माह तक चले आंदोलन के बाद तीन कृषि कानूनों की वापसी तो अभी शुरुआत है। किसानों को अभी लंबी लड़ाई के लिए तैयार होना होगा।
दिल्ली बॉर्डर पर हुई किसानों की ट्रेनिंग
गौरतलब है, राकेश टिकैत ने जनसभा को संबोधित करते हुए दिल्ली बॉर्डर पर एक साल से अधिक समय तक चले आंदोलन को किसानों के लिए ट्रेनिंग कैंप बताया। उन्होंने कहा कि उस ट्रेनिंग कैंप से मिली सीख को किसानों को ग्रहण करना होगा और एक अन्य बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कभी गरीब, मजदूर, बेरोजगार, महंगाई, स्वास्थ्य व शिक्षा जैसे मुद्दों पर बात नहीं करती और विकास के नाम पर लोगों को गुमराह करती है। सरकार की नीतियां पूंजीपतियों के लिए बनाई जा रही हैं, इसलिए मजदूर और किसान की लड़ाई अभी बाकी है।
पगड़ी और गदा से किया गया सम्मानित
बता दें, यमुनानगर में हुई इस महापंचायत में टिकैत के साथ किसान नेता युद्धवीर सिंह और भाकियू प्रदेशाध्यक्ष रतनमान भी मौजूद रहे। इस दौरान जिलाध्यक्ष सुभाष गुर्जर के नेतृत्व में राकेश टिकैत को पगड़ी पहनाकर और गदा भेंटकर सम्मानित किया गया।